नमस्ते,
यहां कहानी है एक लड़की की जिसे रेग्युलर स्कूल शिक्षा ने रिजेक्ट कर दिया था और बोल रहे थे कि आपकी बच्ची स्कूल के लायक नहीं है ।
लेकिन यहां वही बच्ची हर दिन प्रमाण दे रही है कि आपकी दुनिया की सारी स्कूल मेरे लायक नहीं है और यहां “मानव चेतना विकास केंद्र” में वह कहीं सारी स्किल एवं अपने जीवन की जरूरी शिक्षा तेजी से सीख रही है अभी-अभी उसने बिना कोई कोच सिर्फ दो दिन में स्केटिंग सीख लिया यहां इस बात का प्रमाण दे रहा है।
बार-बार रूठ जाने वाली शिकायत करने वाली चिड़ जाने वाली अवनी अब सारे बच्चों के साथ दोस्ती करने लगी, उसकी भाषा में सुधार आने लगा ,उसके व्यवहार में विश्वास दिखाई देने लगा, उसकी आंखों में अपने प्रति सम्मान एवं गौरवता दिखने लगी ।
तो 30 दिन में ऐसा तो क्या जादू हुआ “MCVK” में यह जादू है हर बच्चे को मिलने वाले यहां के वातावरण का जिससे यहां संभव हुआ ।
ज्ञान ग्रुप के सारे बच्चे अपने आप बिना किसी कोच के सिर्फ एक या दो दिन में स्केटिंग सीख चुके हैं बच्चे ही बच्चों को सिखा रहे हैं जब बच्चों को सही अर्थ में स्वतंत्रता मिलती है और ऐसा वातावरण मिलता है तो उनमें कितना विश्वास अर्जित होता हैं।
” हर एक बच्चा सम्मानपूर्वक एवं विश्वास पूर्वक जीना चाहता है “
आइए जानते हैं “मानव चेतना विकास केंद्र” में ऐसा तो क्या हो रहा है शिक्षा में जिससे हर एक बच्चा विश्वास एवं सम्मान पूर्वक जीवन जीने की योग्यता प्राप्त कर रहा है।